#हूल_दिवस – 1857 से पूर्व की एक विस्मृत क्रांति जिसे भुला दिया गया…
संथाली भाषा में हूल का अर्थ होता है विद्रोह। 30 जून 1855 को झारखंड के आदिवासियों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंका और 400 गांवों के 50000 से अधिक लोगों ने भोगनाडीह गांव पहुंचकर जंग का एलान कर दिया। यहां आदिवासी भाइयों सिद्धो-कान्हो की अगुआई में संथालों ने मालगुजारी नहीं देने के […]
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